Patna: केंद्रीय मंत्री और जदयू नेता ललन सिंह ने लोकसभा अध्यक्ष पद के निर्वाचन को लेकर विपक्ष पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने विपक्षी दलों पर लोकतांत्रिक परंपराओं को तोड़ने का आरोप लगाया है, यह कहते हुए कि अध्यक्ष का निर्वाचन सदैव सर्वसम्मति से होता आया है। सिंह ने बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस मुद्दे पर विपक्ष से समर्थन मांगा था, लेकिन विपक्ष ने अपनी शर्तें थोपने का प्रयास किया। कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल और डीएमके के टीआर बालू ने लोकसभा उपाध्यक्ष का पद तत्काल स्वीकारने की शर्त रखी थी, जिसे राजनाथ सिंह ने अस्वीकार कर दिया। इस घटनाक्रम ने लोकतंत्र और राजनीतिक शिष्टाचार पर एक नई बहस छेड़ दी है।
उन्होंने मंगलवार को दिल्ली में मीडिया से बातचीत में कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अध्यक्ष पद के लिए विपक्ष से समर्थन मांगा था। विपक्ष की ओर से कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल और डीएमके के टीआर बालू बात करने आये थे। उनका कहना था कि लोकसभा उपाध्यक्ष का पद इसी समय स्वीकार करें। इस पर राजनाथ सिंह ने कहा कि उपाध्यक्ष का निर्वाचन होगा तो हमसब बैठकर नाम तय करेंगे। पर, वो अपनी शर्तों पर अड़े रहे।