राज्य ब्यूरो, पटना। धान, मक्का और अन्य खरीफ फसलों की सिंचाई के लिए सरकार किसानों को डीजल अनुदान प्रदान कर रही है। प्रति एकड़ 750 रुपये की दर से और अधिकतम आठ एकड़ खेत के लिए यह अनुदान उपलब्ध होगा। इस अनुदान के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया अब शुरू हो चुकी है।
शनिवार को कृषि मंत्री मंगल पाण्डेय ने बताया कि डीजल अनुदान की राशि आधार नंबर से जुड़े किसानों के बैंक खातों में भेजी जाएगी। इसके लिए किसान कृषि विभाग की वेबसाइट (dbtagriculture-bihar-gov-in) पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, कामन सर्विस केंद्र और वसुधा केंद्र से भी ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। आवेदन की प्रक्रिया अब शुरू हो चुकी है और 30 अक्टूबर तक आवेदन स्वीकार किए जाएंगे।
अभी तक सामान्य से 32 फीसदी कम बारिश हुई
अभी तक सामान्य से 32 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। 462.9 मिली मीटर वर्षा होनी चाहिए थी, जबकि मात्र 314.3 मिली मीटर वर्षा हुई है। सरकार का मानना है कि इससे सुखाड़-जैसी परिस्थिति उत्पन्न हो गई है। इससे धान-मक्का सहित दूसरी फसलों की रोपनी-बुआई प्रभावित हुई है।
खेत में खड़ी फसल को बचाने की चुनौती है। ऐसे में 25 जुलाई को हुई कृषि विभाग की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने डीजल अनुदान देने का निर्णय लिया था।
शुक्रवार, 26 जुलाई से ही पोर्टल पर आनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई। इसके साथ ही कृषि फीडर के माध्यम से 14 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति की व्यवस्था है।
अधिकतम तीन सिंचाई तक के लिए अनुदान
पंपसेट से खरीफ फसलों की सिंचाई के लिए 75 रुपये प्रति लीटर की दर से प्रति एकड़ अधिकतम 750 रुपये डीजल अनुदान मिलेगा। धान के बिचड़े एवं जूट की फसल की अधिकतम दो सिंचाई के लिए 1500 रुपये प्रति एकड़ अनुदान देय है।
खड़ी फसल में धान, मक्का एवं अन्य खरीफ फसलों के अंतर्गत दलहन, तिलहन, मौसमी सब्जी, औषधीय एवं सुगंधित पौधों की अधिकतम तीन सिंचाई के लिए 2250 रुपये प्रति एकड़ अनुदान दिया जाएगा। प्रति किसान अधिकतम आठ एकड़ खेत की सिंचाई के लिए अनुदान मिलेगा।
अनुदान के लिए निर्णय व निगरानी की व्यवस्था
जिला पदाधिकारी प्रत्येक सप्ताह आयोजित होने वाली कृषि टास्क फोर्स की बैठक में समीक्षा के बाद डीजल अनुदान के वितरण का निर्णय लेंगे। जिला कृषि पदाधिकारी समय-समय पर ऑनलाइन पंजीकरण और आवेदन समर्पण से संबंधित प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन और प्रचार-प्रसार करेंगे। राज्य स्तर पर डीजल अनुदान योजना की नियमित निगरानी संयुक्त कृषि निदेशक (सांख्यिकी) और नोडल पदाधिकारी, डीबीटी कोषांग द्वारा की जाएगी।
आवेदन हेतु पोर्टल : dbtagriculture-bihar-gov-in
लिखित शिकायत : किसी भी तरह की समस्या पर किसान डीजल अनुदान अनुश्रवण-सह-निगरानी समिति के समक्ष लिखित शिकायत कर सकते हैं। किसानों की शिकायतों पर 15 दिनों के अंदर उचित कार्रवाई होगी।
रोपनी-बुआई की स्थिति (हेक्टेयर में)
फसल : लक्ष्य : उपलब्धि
धान : 3660973 : 1703802
मक्का : 293887 : 192018
(नोट : लक्ष्य इस वर्ष का और उपलब्धि 25 जुलाई तक की)