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Bihar News: जल जमाव से परेशान है ग्रामीण, ग्रामीण जनप्रतिनिधि क्यो नहीं कर रहा है कोई काम

गढ़पुरा प्रखंड के मौजी हरि सिंह पंचायत के वार्ड नं:-06 का है। ग्रामीण जलजमाव की समस्या से परेशान है। जहां पक्की (PCC) ढलाई की हुई है । ये रोड उमेश पासवान के घर से लेकर कैलाश पासवान के घर तक का है इस मार्ग पर वर्षा की पानी 2 फिट जमा हुआ है। क्योंकि सभी कार्य केवल कागज पर ही हुआ है। इससे ग्रामीणों का बाहर निकलना मुश्किल होता है। तीन साल से यह समस्या कायम है। ग्रामीण जनप्रतिनिधियों से लेकर पदाधिकारियों तक समस्या के निदान के लिए गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अभी तक समस्या यथावत है। वहीं ग्रामीणों के लिए सरकार की सात निश्चय योजना छलावा साबित हो रही है। अभी तक इस योजना का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल पाया है।

जलजमाव से मौजी वार्ड नं:-06 के लोग परेशान

वीडियो देखिये

 

ये वीडियो जो आपलोग देख रहे हैं। ये कही और का नही बल्कि पंचायत मौजी हरि सिंह के वार्ड नं:-06 का है। जहां पक्की (PCC) ढलाई की हुई है । ये रोड उमेश पासवान के घर से लेकर कैलाश पासवान के घर तक का है इस मार्ग पर वर्षा की पानी 2 फिट जमा हुआ है। क्योंकि सभी कार्य केवल कागज पर ही होती है। अगर रोड पर पानी जमा हो रही है। तो शायद इंजीनियर की महानता है।

क्या कहते है ग्रामीण;

हमारे पंचायत के वार्ड नं 06 के जानता जो वोट के समय मतदाता मालिक कहलाते है, देखिए उस मालिक के साथ क्या होता है मैं सभी नवनिर्वाचित प्रतिनिधि इस पर कुछ विचार कीजिए और जितना से हो सके शीघ्र से ही शीघ्र को रास्ता निकालिए यही पानी सप्तो भर जमा रहने के कारण सर जाते है जिसके कारण बिमारी फैलती हैं खुजली, दाग इत्यादि आपलोग भले भांति समझते होंगे मेरी बात मै सभी प्रतिनिधि से फिर से निवेदन करता हूं मेरी और मेरे वार्ड वासी के आपलोग पीड़ा को समझे देखिए हमलोग आपलोगो को वोट दे कर चुनते है कुछ उम्मीद लगा कर ही ना जब आपलोग के रहते हुए भी आपके ही पंचायत के माताएं एवम बहनों, बच्चो को कष्ट होता है आपलोग को अच्छा लगता है

संतोष कुमार: पंचायती राज व्यवस्था में भी मौजी (वार्ड नं:-06) गांव की तस्वीर नहीं बदली है। ग्रामीण समस्याओं से जूझ रहे हैं।

शिवम कुमार- मौजी (वार्ड नं:-06) का यह गांव समस्याओं से जूझ रहा है। जल जमाव के कारण ग्रामीणों की काफी फजीहत होती है। पुरुष तो किसी तरह जल जमाव वाली गली से निकल जाते हैं। लेकिन महिलाओं और बच्चों को काफी परेशानी होती है। छोटे बच्चे गली में कीचड़ के कारण उसमें गिर जाते हैं। बाहर से आने वाले अतिथि या आगंतुक ग्रामीणों का उपहास करते हैं।

क्या कहते हैं मुखिया-

इस मुद्दे पर कोई मुखिया बात ही नहीं करना चाहते हैं.

हीरा देवी, मुखिया

अभी तक किसी भी जनप्रतिनिधि का कोई भी प्रतिक्रिया नहीं आया है.

 

 

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