लालू प्रसाद का तीखा तंज: ‘आम आदमी के दिल पर खंजर है ये बजट’

PATNA: विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलने पर बिहार में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। केंद्र सरकार के इस फैसले से नाखुश विपक्षी दल लगातार आलोचना कर रहे हैं और बजट को बिहार के लिए मात्र एक सांत्वना मान रहे हैं। इसी कड़ी में लालू प्रसाद यादव ने डबल इंजन सरकार पर अलग अंदाज में कटाक्ष किया है। उन्होंने बजट को लेकर तीखा तंज कसते हुए कहा कि यह बजट आम आदमी के दिल पर खंजर की तरह है। लालू प्रसाद के इस बयान ने राजनीतिक माहौल को और गरमा दिया है।

पिछले कुछ दिनों से बिहार की राजनीति में विशेष राज्य के दर्जे को लेकर जबरदस्त विवाद चल रहा है। संसद में बजट पेश होने से पहले ही केंद्र सरकार ने जेडीयू की मांग को स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया था। केंद्र सरकार ने संसद में लिखित जवाब दाखिल करते हुए कहा था कि मौजूदा प्रावधानों के तहत बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देना संभव नहीं है। इस प्रकार, बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने से इनकार कर दिया गया है। इस फैसले ने बिहार की राजनीतिक पार्टियों, खासकर विपक्षी दलों, में नाराजगी बढ़ा दी है और वे लगातार इस मुद्दे पर केंद्र सरकार पर हमले कर रहे हैं।

केंद्र सरकार द्वारा बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने से इनकार करने के बाद प्रदेश की राजनीति में सियासी भूचाल आ गया है। विपक्ष इस मुद्दे को लेकर सरकार पर हमले कर रहा है। बिहार विधानसभा के मानसून सत्र में इस विषय को लेकर जबरदस्त हंगामा हुआ। जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, विपक्ष ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया और बजट को बिहार के लिए सिर्फ एक झुनझुना बताया। वहीं, जेडीयू और सरकार ने बजट में बिहार को मिली सौगातों पर खुशी जताई और कहा कि इससे राज्य के विकास को नई दिशा मिलेगी।

तेजस्वी यादव के बाद अब उनके पिता लालू प्रसाद यादव ने भी बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलने पर कविता के जरिए तंज कसा है। लालू प्रसाद ने सोशल मीडिया पर लिखा, “एक घिसा-पिटा हट है ये बजट, जुमलों की रट है ये बजट, गरीब और किसान के सपने कर रहा बंजर है ये बजट, आम आदमी के दिल पर खंजर है ये बजट।”

इससे पहले लालू प्रसाद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि जब नीतीश कुमार की मांग पूरी नहीं हुई तो उन्हें तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। लालू प्रसाद के इस बयान और कविता ने राजनीतिक माहौल को और गर्मा दिया है।

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