PATNA: जेडीयू एमएलसी संजीव कुमार सिंह ने शिक्षा विभाग के एसीएस के रूप में केके पाठक पर स्कूल बैग और अन्य सामानों की खरीद में घोटाले का आरोप लगाया था। उनका कहना था कि पाठक के कार्यकाल में शिक्षा विभाग में बड़े वित्तीय अनियमितताएँ हुई हैं। उन्होंने इस मामले की जांच के लिए हाई लेवल कमेटी बनाने की मांग सरकार से की थी। शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने जांच कराने की बात कही थी। अब इस मामले में कार्रवाई की तैयारी शुरू हो गई है।
दरअसल, मानसून सत्र के दौरान विधान परिषद में जेडीयू एमएलसी संजीव कुमार सिंह ने शिक्षा विभाग में वित्तीय अनियमितता का मामला उठाया था। उन्होंने दावा किया कि स्कूलों में बेंच-डेस्क, बैग और थाली की खरीद में घोटाला किया गया है। उन्होंने सदन में बैग दिखाकर दावा किया कि 120 रुपए के बैग को 1200 रुपए में खरीदा गया है, और 30 रुपए की थाली का दाम 70 रुपए बताया गया है। संजीव कुमार सिंह ने आरोप लगाया कि ऐसे कई तरह के घोटाले शिक्षा विभाग में हुए हैं।
जेडीयू एमएलसी संजीव कुमार सिंह ने केके पाठक के शिक्षा विभाग के एसीएस रहते लिए गए निर्णयों पर भी सवाल उठाए थे। उनके सवालों पर शिक्षा मंत्री सुनील कुमार को सदन में जवाब देना पड़ा। सुनील कुमार ने कहा कि जहां से भी अनियमितता की बात सामने आई है, उस पर एक्शन लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि कई जिलों में कार्रवाई की अनुशंसा की गई है और सभी जिलों के डीएम को कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। अब इस मामले में शिक्षा विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है।
शिक्षा विभाग के एसीएस एस. सिद्धार्थ ने कहा है कि वित्तीय हेराफेरी को लेकर कंपनी के सीएमडी के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। एसीएस ने कंपनी के सीएमडी के खिलाफ केस दर्ज कराने की बात कही है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि सप्लायर के खिलाफ कोई एक्शन नहीं होगा। इसके साथ ही, शिक्षा विभाग कॉल सेंटर बनाएगा, जहां संबंधित शिकायतें दर्ज की जा सकेंगी। दर्ज शिकायतों पर विभाग तुरंत कार्रवाई करेगा। बता दें कि राज्य के 534 ब्लॉक में एफएलएम किट का नमूना भेजा गया था।
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